tag:blogger.com,1999:blog-15125972.post6326694068011761569..comments2023-11-03T05:42:12.168-04:00Comments on गीत कलश: यही मैं जान पाना चाहता हूँराकेश खंडेलवालhttp://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-16865801402011118272009-02-18T00:14:00.000-05:002009-02-18T00:14:00.000-05:00जानता हूँ हर गज़ल में गीत में वह ही समाहितमैं उसी स...जानता हूँ हर गज़ल में गीत में वह ही समाहित<BR/>मैं उसी से गीत का उनवान पाना चाहता हूँ<BR/><BR/>बहुत खूब कहा आपका लिखा दिल को छू जाता हैरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-47961510297974631942009-02-17T23:46:00.000-05:002009-02-17T23:46:00.000-05:00है पुराना पॄष्ठ कोई एक बीती डायरी काकौन सा लेकिन ब...है पुराना पॄष्ठ कोई एक बीती डायरी का<BR/>कौन सा लेकिन बरस था, भान पाना चाहता हूँ<BR/>aapkaa dhanyavaad aapki kavita mujhe apne saath baha kar le jaate hai.<BR/>regards<BR/>khyaalसतपाल ख़यालhttps://www.blogger.com/profile/18211208184259327099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-39190430978789116922009-02-17T23:22:00.000-05:002009-02-17T23:22:00.000-05:00"कौन सा झोंका हवा का शब्द में अपने पिरोऊँ""उठ रही ..."कौन सा झोंका हवा का शब्द में अपने पिरोऊँ"<BR/>"उठ रही है लहर नदिया की किसे छूकर न जाने"<BR/>"ले रही है छांह किसकी बादलों के संग उड़ानें"<BR/>"एक पल लगता मुझे मैं हूँ नहीं उससे अपरिचित<BR/>किन्ब्तु परिचय क्या ? यही पहचान पाना चाहता हूँ"<BR/>"कर रहीं हैं बात किसकी पत्तियाँ ये सरसराती"<BR/>"दॄष्टि है किसकी, परस से रात को जो दिन बनाती"<BR/>"है पुराना पॄष्ठ कोई एक बीती डायरी का<BR/>कौन सा लेकिन बरस था, भान पाना चाहता हूँ"<BR/>"मैं उसी से गीत का उनवान पाना चाहता हूँ"<BR/>***********<BR/>!!!!!!!Shardulahttps://www.blogger.com/profile/14922626343510385773noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-51331824335531708072009-02-17T21:39:00.000-05:002009-02-17T21:39:00.000-05:00:):)Sharhttps://www.blogger.com/profile/16686072974110885189noreply@blogger.com