tag:blogger.com,1999:blog-15125972.post5475792200514746250..comments2023-11-03T05:42:12.168-04:00Comments on गीत कलश: क्या भूलूं क्या याद रहा हैराकेश खंडेलवालhttp://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-62780042813301146612009-12-27T23:19:01.024-05:002009-12-27T23:19:01.024-05:00बहुत अच्छा लिखा है आपने ..मेरी शुभकामनायें..बहुत अच्छा लिखा है आपने ..मेरी शुभकामनायें..RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-79501265573252213262009-12-27T23:11:41.598-05:002009-12-27T23:11:41.598-05:00कुछ भूलें बिसरे यादों की कड़ियाँ दिल छू गयी ..हर ए...कुछ भूलें बिसरे यादों की कड़ियाँ दिल छू गयी ..हर एक चीज़ जो हमारे अतीत से जुड़ी हुई है खुद में एक खूबसूरत कहानी है थोडी खुशी और थोडा गम लिए हुआ पर जब भी याद आती है दिल भर जाता है..कुछ भी नही छोड़ा आपने कितनी खूबसूरती से कविता को भाव दिया है लाज़वाब..है..राकेश जी नमन है आपकी लेखनी को और आप को भी ...प्रणाम स्वीकारें..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-15125972.post-69240479804873116392009-12-27T22:02:50.457-05:002009-12-27T22:02:50.457-05:00बहुत दिनों बाद आये और एक बर में कमी पूरी कर गये......बहुत दिनों बाद आये और एक बर में कमी पूरी कर गये...तभी तो आप महारथी कहलाये/ :)<br /><br /><br /><br />यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।<br /><br /><b>हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.</b><br /> <br />मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.<br /><br />निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।<br /><br />एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।<br /><br />आपका साधुवाद!!<br /><br />शुभकामनाएँ!<br /><br /><b>समीर लाल</b><br />उड़न तश्तरीUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com